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निश्छल प्रेम|Motivational Story in Hindi

Inspirational Family Story in Hindi

Inspirational Family Story in Hindi
Inspirational Family Story in Hindi

रूही बेटा please आ जाओ और ये खाना खत्म कर लो !! शिवानी लगभग थक गयी थी रूही की मिन्नतें करते करते, और शिवानी की सास भी कई बार कह चुकी थी पर रूही थी कि मानने का नाम ही नहीं ले रही थी बस रोये जा रही थी और एक ही जिद पकड़ कर बैठी थी कि मुझे नहीं खानाI

शिवानी को रूही की जिद का कारण समझ नहीं आ रहा था क्यूंकि रूही बहुत ही सुलझी हुई और समझदार लड़की थीI खैर अब भूखी बच्ची को किसी तरह खाना तो खिलाना ही था तो उन्होंने बालकनी का रुख कियाIराघव अखबार के बीच वाले पन्ने की न्यूज़ पड़ने में इतने मशगूल थे कि अगर थोडा सा भी ध्यान भंग हुआ तो शायद जो बिजली कट 2 घंटे के लिए होने वाली थी वो बढाकर 4 घंटे कर दी जायेगीI

शिवानी कब उनके पीछे आ आकर खड़ी हो गयी उन्हें पता ही नहीं चला वे उसी तरह अपना पेपर पड़ने में व्यस्त थेI एहम- एहम….शिवानी ने उनका ध्यान अपनी ओर करने के लिए खांसी की तब जाकर राघव न्यूज़ की दुनिया से बाहर आये और बोले क्या हुआ कुछ काम था क्या?

ज़रा आप ही समझाईये अपनी लाडली को, कुछ खा नहीं रही और ना खाने का कारण भी नहीं बता रही- शिवानी ने ड्राइंग रूम में बैठी रूही की तरफ इशारा करते हुए कहाI राघव की जान बस्ती थी रूही में और वो उसको रोता हुआ नहीं देख सकता था तो तुरंत पेपर फोल्ड करके अपनी लाडली के पास गए और बोले बेटा आज तो मम्मा ने आपके favourite कर्ड राइस बनाए हैं और ये बाउल ऐसे का ऐसा रखा है आप जल्दी से इसे finish करलो वर्ना ये आप से नाराज़ हो जाएगाI राघव ने एक नाकाम कोशिश की थी रूही को हंसाने की पर रूही की आँखों से आंसूं बहने लगेI

राघव ने कहा बेटा आप तो इतने समझदार हो फिर ऐसे क्यूँ कर रहे हो, तब रूही ने कहा पापा अगर आप कहते हो तो मैं ये finish कर लेती हूँI ऐसा सुनते ही सबने राहत की सांस ली लेकिन रूही ने तुरंत ही माहोल बदलते हुए कहा कि अगर मैंने ये finish किये तो जो मैं मांगूंगी वो आपको मुझे देना होगाI

अब राघव को समझ आ रहा था कि रूही ने अपनी कोई बात मनवाने के लिए ये नाटक किया है, तभी राघव बोला की रूही अगर आप पापा से कोई महंगी चीज़ मांगोगे तो वो मैं नहीं दिलवा पाऊंगा क्यूंकि पापा के पास इतने पैसे नहीं हैI रूही ने कहा पापा मैं कोई expensive चीज़ नहीं मांगूंगी, तो राघव ने कहा ok promise, दोनों ने एक दुसरे से हथेली मिलाई और रूही ने सारा बाउल धीरे धीरे finish कर लियाI

अब बारी थी promise पूरा करने की, राघव ने कहा बहुत अच्छे बेटा- अब बताओ आपको क्या चाहिए? पापा sunday को आप मेरा head शेव करा दो please…थोड़ी देर तक राघव को समझ ही नहीं आया के क्या कहना है ? शिवानी राघव को देख रही थी और मांजी बोली- शिव- शिव…ये  आजकल के बच्चों को क्या हो गया है, TV ने सबको बिगाड़ रखा है, लड़की होकर गंजी…कैसी लगेगी आज तक हमारी पुश्तों में किसी ने ऐसा नहीं कियाI राघव ने रूही को समझाने की कोशिश की पर रूही बोली पापा आप ही तो कहते है कि राजा हरिश्चंद्र ने कभी अपना वादा नहीं तोड़ा फिर आप क्यूँ तोड़ रहे हैं ? शिवानी ने राघव को समझाने की कोशिश की लेकिन राघव ने कहा कि अगर आज मैंने अपना promise तोड़ दिया तो वो कभी इसकी कीमत नहीं जान पाएगीI

Motivational Story in Hindi
Motivational Story in Hindi

अगले दिन sunday था राघव ने रूही के बाल शेव करा दिए, अब रूही की मोटी मोटी आँखें बहुत सुन्दर दिख रहीं थीI Monday को राघव ने रूही को स्कूल ड्राप किया और बिन बालों की रूही को स्कूल जाते देख मायूस हो गया और bye करने लगा तभी पीछे से आवाज़ आई- रूही रुक जा, राघव ने जैसे ही पीछे मुड़ कर देखा एक गंजा लड़का रूही की तरफ दौड़ा और दोनों साथ साथ स्कूल के अन्दर चले गएI तभी उस गाडी से एक औरत उतर कर राघव के पास आई और बोली आप बहुत खुशनसीब हैं जो आपको रूही के रूप में एक पवित्र आत्मा मिली है जो सबसे निश्छल प्रेम करती हैI

आप जो वो लड़का देख रहें हैं वो मेरा बेटा है और उसे leukemia है जिसकी वजह से उसे अपने सिर के बाल खोने पड़े और उसके बाद से वो स्कूल नहीं जा रहा था क्यूंकि उसे डर था कि बच्चे उसे चिढायेंगेI पिछले हफ्ते रूही हमारे घर आई थी और उसने वादा किया था कि वह monday से स्कूल आ जाये बच्चे उसे नहीं चिढायेंगेI आज रूही को ऐसे देख कर मुझे यकीन नहीं हुआ कि कोई ऐसा भी कर सकता हैI

अब राघव की आँख से आंसूं बहने लगे और उसे विशवास नहीं हो रहा था कि उसकी छोटी से बेटी ने उससे कितनी अनमोल चीज़ मांगी थी एक बाउल कर्ड राइस के बदले में, वाकई बच्चे कब बड़े हो जाते हैं पता ही नहीं लगता !!!

Written by Geetanjli Dua