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Feel Blessed, Don’t Feel Stressed | Motivational Hindi Story

Hindi Ki Motivational Kahani

Hindi Ki Motivational Kahani
Hindi Ki Motivational Kahani

जीवन में अक्सर हम complain box की तरह behave करते हैं और हमारे अन्दर की हर एक एक complain वाली चिटठी को हम एक तोते की तरह पड़ना शुरू कर देते हैंI COMPLAIN BOX बने रहने की वजह से हम ये भूल जाते हैं कि ज़िन्दगीI CE CREAM की तरह पिघलती जा रही है, इसका मज़ा लेना चाहिए न ही इसे यूँ ही ऐसे वास्ते होने देना चाहिएI

हम हमेशा स्ट्रेस्ड feel करते रहते हैं, आज पानी नहीं आ रहा, मेरी नौकरी नहीं लग रही, मेरा प्रमोशन नहीं हो रहा और बहुत से छोटे छोटे examples हैं जिसकी वजह से हम अक्सर परेशां रहते हैं और उस उपरवाले से लड़ाई करते हैंI आज अपने आप से एक सवाल पूछिए कि complain box को एक दिन के लिए ताला लगाकर लास्ट कब आप चेहरे पर एक मुस्कान लिए उस उपरवाले से मिलने मंदिर गए थे सिर्फ शुक्रिया करने for all what you have? जानती थी आप कहेंगे अभी लास्ट इयर ही गए थे जब नई गाड़ी ली थी, बाकायदा पूजा की थी और पंडित जी को दक्षिणा भी दी थीI

But don’t mind, लास्ट इयर से अब तक आप गाड़ी चला रहे हैं और सब सही सलामत है, आप भी और आपकी गाड़ी भी, है न, बस यही है उसकी blessings, जिसके लिए आपने कभी शुक्र अदा नहीं कियाI क्या कभी सोचा है कि हम हर वक़्त स्ट्रेस्ड रहते हैं, हम blessed क्यूँ feel नहीं करते, दोस्तों ऐसा नहीं है कि भगवान जब किस्मत लिखने बैठे तो उन्होंने stress से related सारे मुद्दे हमें दे दिएI

अरे भाई, लाइफ है, multi shaded है, सोचिये अगर आपकी ज़िन्दगी में बस सुख ही सुख हैं, तो क्या आप भगवान को याद करेंगे? बिलकुल नहीं, अरे yaar जब last इयर creta लेने के बाद अब तक  भगवान को याद करने का मौका नहीं मिला तो, इतने सारे सुख मिलने के बाद कौन सी तोप मार लेंगे आपI जब हम पुरानी हिंदी movies देखते थे तो उसमें देखते थे, जब तक सब सही है, ठीक है, villain की एंट्री होती है और वो गरीब बच्चे पर ज़ुल्म करता है तो वो बच्चा कहता है मुझे भगवान के नाम पर छोड़ दो, तो देखा कब आई भगवान की यादI

कभी सोचा है आपने कि कुछ लोग 103 डिग्री बुखार में भी नार्मल रहते हैं और कुछ लोग 100 डिग्री की शारीरिक हरारत में भी ऐसे behave करते हैं जैसे उनके साथ कोई बहुत बड़ी दुर्घटना हो गयी हैI कभी आप गाडी में जा रहे होते है तो हलकी सी गाड़ी किसी से टच हो जाती है तो मार पिटाई हो जाती है, और कभी गाडी पर dent भी पद जाए तो सामने वाला एक मुस्कान देकर कह देता है, इट्स ok yaar दोनों की गलती हैI

इस वाकये पर एक छोटी सी कहानी दिमाग में आती है, एक बार एक आदमी( मान लिजीये आप या मैं) सुबह उठता है तो भगवान बड़ी बेसब्री से उसके उठने का इंतज़ार कर रहे होते हैं कि अब ये उठते ही सबसे पहले मुझे याद करेगा और मेरा चेहरा देखेगा, पर ऐसा कुछ नहीं होताI  वह आदमी आँख खोलते ही सबसे पहले अखबार में इस तरीके से अपनी आँखें गड़ा लेता है जैसे वो दुनिया की खबर नहीं लेगा तो दुनिया कौन चलाएगाI खैर भगवान सोचते हैं कोई बात नहीं नहा धोकर मेरे दर्शन ज़रूर करेगा, लेकिन ये क्या साहब ready होकर सीधा नाश्ते की टेबल पर जा बैठे और लगे अपना फ़ोन चलाने, बहुत धीरज वाले हैं ये उपरवाले, बोले दोपहर में याद कर लेगाI

सारा दिन ऑफिस में काम करते करते एक बार जब वो पीछे सिर टिकाकर कुर्सी पर आराम की मुद्रा में बैठा, तो इश्वर मुस्कुराए और सोचा आ ही गयी न मेरी याद! उस प्रभु को अचम्भा हुआ कि जैसे ही उसने वापिस आँखें खोली तो अपने बच्चे की तस्वीर उठाई, उसे देखा और तुरंत लैपटॉप में कुछ करने लगा, ये क्या वह अपने बच्चे की फीस ऑनलाइन pay कर रहा थाI

शाम को वो घर आया तो देखा, उसके माता पिता गाँव से आये हुए थे, उनके चरण स्पर्श किए और फ्रेश होने चला गयाI  मायूस से खड़े भगवान इस आस में थे की शायद वो रात का निवाला खाते time या सोते time उन्हें याद करेगा पर ऐसा कुछ नहीं हुआI जिस प्रेम से वो अपने माता पिता की थाली में खाना परोस रहा था भगवान दूर मुह खोले इंतज़ार कर रहे थे, पर उसे उनकी याद नहीं आईI

भगवान ने सोचा थक हार कर जब ये अपने तकिये पर सिर रखेगा तो मुझे याद करेगा और मैं इसके सिर पर हाथ रखकर इसकी सारी चिंताएं दूर कर दूंगा, पर ये क्या ? भगवन के आने से पहले वो कमरे में आकर थकावट से चूर होकर सो गया थाI  

Written by Geetanjli Dua