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नमक स्वादानुसार-Hindi kahani | Story about Family in Hindi

Hindi Story with Moral

Story about Family in hindi
Story about Family in hindi

Story about Family in Hindi दर्शाती है कि कैसे हम खुद को बदल सकते हैं परिवार की ख़ुशी के लिए।

यही वजह थी जो कभी काजल के साथ उनकी वो understanding नहीं बन पायी ।

काजल को पता था कि अरुण से शादी करने के बाद उसे कभी भी वो सम्मान नहीं मिलेगा जो उसे मिलना चाहिए लेकिन फिर भी वो अरुण से शादी करके उस घर में आई। अरुण ने काजल की हर ज़रूरत को पूरा किया, उसका पूरा ध्यान रखा लेकिन उसको हमेशा किसी बात की कमी लगती थी वो था उसकी सास रूना का उसके प्रति बर्ताव जो किसी भी लव marraige करके आई बहु के प्रति होना लाज़मी है।

रूना पुराने विचारों की थी और नहीं समझती थी कि चाहे love marraige हो या arrange ज़रूरी है पति पत्नी के बीच ताल मेल होना जो काजल और अरुण के बीच बहुत अच्छा था दोनों एक दुसरे को बहुत अच्छे से समझते थे और ये सब रूना देखती भी थी और समझती भी थी लेकिन कहीं न कहीं अरुण का उनकी पसंद के खिलाफ शादी करना उन्हें भाता नहीं था और यही वजह थी जो कभी काजल के साथ उनकी वो understanding नहीं बन पायी।

रूना अपनी सहेली की बेटी से अरुण की शादी करवाना चाहती थी पर ऐसा न हो सका और अरुण ने काजल को चुन लिया। काजल जो भी खाना बनती रूना कभी उसमे नमक ज्यादा तो कभी कम की शिकायत करके उसकी आलोचना करती रहती ।

एक दिन रूना अपनी उसी सहेली के यहाँ सत्संग पर गयी जिसकी बेटी से वो अरुण की शादी करवाना चाहती थी तो देखा उसकी बेटी घर पर ही थी तो उसका हाल चाल पूछा, जैसे ही ससुराल के बारे में पूछा तो वो ताल मटोल करके अन्दर चली गयी। रूना को बहुत अजीब लगा तो उसे शारदा जी से पता चला कि उसके ससुराल वाले हर वक़्त उसके बनाए खाने की आलोचना करते थे और खासकर उसकी सास, अब रूना जी आलोचना तो नमक के सामान होती है कम करोगे तो सामने वाला कभी खुद को सुधारेगा नहीं और ज्यादा करोगे तो वो नाखुश रहेगा ।

Story about Family in Hindi
Story about Family in Hindi

रूना जी को समझ आ गया था कि उन्हें क्या करना है । वो अपने बेटे का घर नहीं तोडना चाहती थी और जैसे ही वो घर आयीं काजल ने उनकी पसंद की दाल बना राखी थी। रात को जब सबने खाना खाया तो अरुण बोले काजल इसमें थोडा नमक….उसको रोकते हुए रुना बोली नमक स्वादानुसार है ऐसा बोलना चाह रहा है ये, काजल और अरुण ने हैरानी से एक दुसरे की तरफ देखा और रूना जी चुपचाप अपनी दाल की कटोरी ख़त्म करने में लगी हुई थीं और मन ही मन अपनी गलती सुधरने पर खुश थीं ।

कैसी लगी आपको Story about Family in Hindi

कैसे दूर रहें बुरे लोगों से सुनें https://www.youtube.com/watch?v=W3mWyxJWizQ

Written by Geetanjli Dua