Sad Family Story in Hindi दर्शाती है कि कैसे एक society हमारी भावनाओं पर असर डालती है।
शिप्रा धम्म से सोफे पर बैठ गयी और कुछ नहीं बोली और उसकी आँख से आंसूं बहने लगे।
शिप्रा और राधा जी को जब ये पता चला तो शायद वो उनके लिए एक भूकंप के झटके जैसा था जिसने उन दोनों को ही अन्दर तक झकझोर कर रख दिया था ।
शिप्रा की ज़िन्दगी अविनाश और आयुष के इर्द गिर्द घूमती रहती थी लेकिन उसकी सास ने कभी भी उसे पसंद नहीं किया क्यूँकि वो एक CAREER oriented लड़की थी और आयुष के होने के कुछ समय बाद ही उसने नौकरी वापिस ज्वाइन कर ली थी तो कहीं न कहीं वो उसे अच्छी माँ नहीं मानती थी । शिप्रा ने भी इस सच्चाई को मान लिया था और वो अपनी ही दुनिया में तब तक खुश थी जब तक उसे अविनाश का कनाडा से कॉल नहीं आया था ।
Sad Family Story in Hindi
अविनाश एक वर्क प्रोजेक्ट के लिए Canada गया हुआ था और आयुष के होने पर भी नहीं आया था तो शिप्रा उससे नाराज़ तो थी लेकिन बहुत समय से वो चिंतित भी थी क्यूँकि उससे कांटेक्ट नहीं हो पा रहा था जिसकी वजह से उसे एक अजीब सा डर सता रहा था, राधा जी को भी बहुत चिंता थी और अब ना चाहते हुए भी दोनों एक ही किश्ती में सवार थीं ।
एक दिन शिप्रा ने छुट्टी की हुई थी क्यूँकि आयुष के प्ले स्कूल में उसे monkey बन कर जाना था और कुछ लाइन्स बोलनी थी तो वो उसकी तैयारी करवा रही थी कि तभी लैंडलाइन की bell बजी । शिप्रा ने फ़ोन उठाया तो अविनाश की आवाज़ सुनकर वो चहक उठी और अविनाश की आवाज़ सुनने के लिए राधा जी भी तरस रहीं थीं । शिप्रा ने फ़ोन को स्पीकर पर डाल दिया और अविनाश से अभी लड़ ही रही थी कि अविनाश ने कहा कि शिप्रा मैंने यहाँ दूसरी शादी कर ली है और मैंने तुम्हे तलाक़ के कागज़ भिजवा दिए हैं तो तुम साईन कर देना ।
शिप्रा धम्म से सोफे पर बैठ गयी और कुछ नहीं बोली और उसकी आँख से आंसूं बहने लगे, राधा जी ने फ़ोन उसके हाथ से लिए और बोली तेरा दिमाग खराब हो गया है इतने में वहां से फ़ोन काटने की आवाज़ आई। राधा जी अपने कमरे में चली गयीं और रोने लगीं और अपनी बेटी प्रीती को फ़ोन किया , प्रीती तुरंत वहां आ गयी और उसने भाभी को सहारा दिया ,सबको खाना खिलाया और फिर माँ के कमरे में गयी और बोली कि माँ अब भाभी और आपको एक दुसरे के जीने की वजह बनना है और आयुष के लिए आप दोनों को ये करना होगा।
कुछ दिन रहने के बाद प्रीती चली गयी और राधा जी शिप्रा के रूम में गयी और बोली बेटा ऑफिस कब जायेगी, अब से आयुष के लिए हमें जीना होगा और उसकी ख़ुशी की आधी वजह मैं बनूँगी और आधी वजह तू , ये सुनते ही शिप्रा ने हाँ में सर हिलाया और जोर जोर से रोने लगी।
कैसी लगी आपको Sad Family Story in Hindi
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