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एक माँ का इज्हारनामा | Emotional Story of Mother in Hindi

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Emotional Story of Mother in Hindi में पढ़ें ।

इसी जिद्दोजहद में दिमाग लगा रहता था कि मेरी पूरी दुनिया ही बदल गयी है तुम्हारे आने के बाद ।

प्रेगनेंसी में मेरी बहुत केयर होती थी, हर छोटी बड़ी चीज़ का ख़याल रखा जाता था और इतनी पम्पेरिंग मिलती थी कि लगता था मैं सातवे आसमान पर हूँ I ज़रा सा भी दर्द नहीं सहने दिया जाता था चाहे वो कमर का दर्द हो या सर का बस आराम ही आराम था और फिर अचानक से तुम्हारे आने का टाइम हुआ और मुझे दर्द शुरू हुआ पर ये क्या सारी केयर जैसे हवा हो गयी और सब मुझे बस दर्द सहने कि सलाह दे रहे थे जो मेरी बर्दाश्त से बाहर था और वहां से शुरू हुए तुम्हारे लिए मेरे मन में कड़वाहट का सफर और हो भी क्यों न आखिर तुम्हारी वजह से मैं आ इस हालत में थी ।

थोड़ी देर में पता लगा कि कॉर्ड तुम्हारे गले में फंस गयी है जिससे जान को खतरा है तो मुझे समझ आया कि मुझसे ज़्यादा तकलीफ में तुम हो।

डॉक्टर ने ऑपरेशन कि सलाह दी और मैं बहुत घबरा गयी क्यूंकि ये तुम्हारे और मेरे दोनों के लिए बहुत मुश्किल वक़्त था, खैर तुम पैदा हो गए और जैसे ही मैंने तुम्हे गोद में लिया, इससे पहले कि मैं मातृत्व का सुख ले पाती तुम्हारी चाची बोल उठी इसकी शक्ल तो बिलकुल भैया पर है और नाक तो बिलकुल दादी पर है और पूरे दादके खानदान से मिलता जुलता बता दिया गया जैसे मेरा कोई वजूद ही नहीं है I मुझे बहुत बुरा लगा लेकिन दिल ने कहा नहीं यार चाहे कैसे भी दिखे आखिर है तो मेरा ही पर दिमाग कुछ और ही कह रहा था, जब कुछ दिनों बाद रोज़ रात को तुम्हारे साथ जागना पड़ता था तुम्हारे PAMPERS डायपर चेंज करने पढ़ते थे और दिन में JOHNSON BABY OIL से तुम्हारी मालिश करके तुम्हे नहलाना होता था तब दिमाग कहता था कि अब कहाँ गए वो रिश्तेदार जो बोलते थे कि तुम अपने पापा की तरह दिखते हो और कहाँ हैं वो तुम्हारे पापा

इसी जिद्दोजहद में दिमाग लगा रहता था कि मेरी पूरी दुनिया ही बदल गयी है तुम्हारे आने के बाद और मैं इन सब से छुटकारा पाना चाहती थी ।

Emotional Story about Family
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कुछ दिन बाद जब एक दिन तुम्हारे पेट में अचानक से दर्द हुआ तो सबने तुम्हे अपनी गोद में उठाया लेकिन तुम किसी के पास चुप नहीं हो रहे थे तब जैसे ही मैंने तुम्हे अपनी गोद में लिया तुम्हे शायद कुछ आराम मिला जैसे तुम हाथ पसार कर मेरी तरफ आना चाह रहे थे।

मैं समझ ही नहीं पा रही थी कि मेरा स्पर्श मात्र ही तुम्हारी ज़िन्दगी में एक दवाई से ज़्यादा अहमियत रखता है और मैं ही तुम्हारा संसार हूँ, उस वक़्त मेरे दिल ने मेरे दिमाग पर जीतहांसिल कर ली और मैंने तुम्हे अपनी बाहों में ऐसे लिया जैसे तुम्हे दुनिया के हर दर्द से बचालूँ।

तुम्हारी माँ

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ये भी सुनें https://www.youtube.com/watch?v=c4AWGs2tOR4

Written by Geetanjli Dua