रवि और सपना के जीवन में सात वचनों के महत्व का सफर है Emotional Family Story in Hindi .
अभी कल ही की तो बात है जब रवि और सपना को एक साथ देखा था, खुश लग रहे थे दोनों पर क्या पता था आने वाले कल ने उनके लिए क्या संजो रखा था।
मिसेज वर्मा अपनी पड़ोसन को बता ही रही थीं कि कैसे रवि और सपना का तलाक होने वाला है और दोनों परिवारों के बीच तू तू मैं मैं चल रही है, उनका बेटा आ जाता है और अपनी मम्मी यानी मिसेज वर्मा को अन्दर बुला लेता है।
क्या मम्मी, औरतों को इन बातों के अलावा कोई और बात नहीं सूझती क्या? वहां किसी का घर टूट रहा है और आप यहाँ आपस में उसे गॉसिप का मुद्दा बना रहे हो। किसी का मतलब? रवि हमारा घर का बेटा है और मैं तो बस!! जैसे ही मिसेज वर्मा ने ऐसा कहा उनके बेटे ने बीच में ही बात काटते हुए कहा कि वो मेरा कजिन है और अगर उसकी जगह आपका खुद का बेटा होता ना तो आप ऐसा बिलकुल नहीं करतीं।
मम्मी अभी उनका तलाक नहीं हुआ है ऐसे में ये सब बातें करना ठीक नहीं है, और चलो मुझे भूख लगी है कुछ खाने को दे दो कहते हुए साहिल अन्दर चला गया। मिसेज वर्मा ने सोचा कि बात तो ठीक ही है क्यूँ हम ऐसा कहें, शायद हालात सुधर ही जाएँ, ऐसा सोचते हुए मिसेज वर्मा खाना बनाने चली गयीं।
थोड़े दिन बाद फ़ोन आया कि सपना के घरवाले नाजायज़ मांगें रख रहे हैं पर रवि और उसका परिवार उन मांगों को पूरा नहीं कर सकते। अब मिसेज वर्मा को समझ में आ गया था कि गलती किसी की भी हो पर एक परिवार के टूटने की कीमत उसे ही पता होती है जिसका बसा बसाया परिवार उजड़ जाए।
अगले दिन जब मिसेज वर्मा बाज़ार जाती हैं तो वही पड़ोसन दूसरी कई औरतों के साथ उन्हें मिलती है और पूछती है कि क्या हुआ रवि का कुछ खबर आई या नहीं? मिसेज वर्मा बात को टालते हुए वहां से निकल जाती हैं और कहती हैं कि नहीं अभी तो कुछ ख़ास पता नहीं चला।
रवि के और सपना के परिवार वाले बिचोलिये की मदद से सुलह करने के लिए तैयार हो जाते हैं और ले दे कर मामला रफा दफा हो जाता है पर रवि और सपना कभी एक साथ नहीं रहते। कुछ दिनों बाद रवि की बहन एक रिश्ता बताती है जिसमे लड़की सुन्दर भी होती है और अच्छे घर से होती है पर उसके पति की एक एक्सीडेंट में मौत हो चुकी होती है। दोनों तरफ से बातचीत के बाद और लड़का लड़की की मंज़ूरी के बाद रवि की रिश्ता उस लड़की से तय हो जाता है और बड़ी ही सादगी से दोनों की शादी हो जाती है लेकिन दोनों एक दुसरे को सात वचन निभाने का वादा करते हैं क्यूंकि जीवन में सात वचन की कीमत उनसे ज्याद कोई नहीं जानता था ।
रवि और कविता ख़ुशी ख़ुशी अपना परिवार आगे बढ़ाते हैं और दो बच्चों के माता पिता बनते हैं। मिसेज वर्मा अपनी पड़ोसन के घर मिठाई लेकर जाती हैं और कहती हैं कि मुह मीठा कीजिये रवि का परिवार आगे बढ़ गया है और वो खुश है अपने नए जीवनसाथी के साथ। उनकी पड़ोसन जैसे ही कुछ और बात पूछने लगती है मिसेज वर्मा वहां से चली जाती हैं और भगवान् से प्रार्थना करती हैं कि
कभी भी किसी के सात वचन हलके ना पड़ें, मज़बूत रहें वर्ना दुनिया उन्हें कहीं का नहीं छोडती ।
अगर आप अपने जीवन में लोगों के interference से परेशान हैं तो सुनें कैसे लोगों को ignore करें: https://www.youtube.com/watch?v=W3mWyxJWizQ