शेखू बचपन से ही बहुत शांत स्वभाव का था और माता पिता के गुज़र जाने के बाद अपनी दादी के साथ रहता था I शेखू ने कभी भी अपनी दादी से कुछ नहीं माँगा और उसकी दादी ने भी अपनी हैसियत के हिसाब से उसकी हर इच्छा पूरी करने की कोशिश की I
इच्छाएं सबकी होती हैं !! Hindi Inspirational Story for Kids
शेखू बचपन से ही बहुत शांत स्वभाव का था और माता पिता के गुज़र जाने के बाद अपनी दादी के साथ रहता था I शेखू ने कभी भी अपनी दादी से कुछ नहीं माँगा और उसकी दादी ने भी अपनी हैसियत के हिसाब से उसकी हर इच्छा पूरी करने की कोशिश की I शेखू ये जानता था कि उसकी दादी को एक बड़े होटल में खाना खाने की बहुत इच्छा है तो उसने शाम को कुछ काम करके थोड़े पैसे जोड़े थे और एक दिन वो अपनी दादी को एक बड़े होटल में खाना खिलाने ले गया I शेखू जैसे ही अन्दर गया वेटर ने उसकी तरफ बहुत ही insulting तरीके से देखा और कहा क्या चाहिए ? शेखू बोला खाना खाना है , तो उसने एक कोने में रखे टेबल की तरफ इशारा किया और उसके पास मेनू लेकर पहुंचा I
बिना किसी को जाने उसके बारे में धारणा न बनाएं ! Hindi Inspirational Story for Kids
शेखू ने सारा हिसाब लगाया और उसने 300 Rs का खाना खाया और वेटर को बिल लेकर आने के लिए कहा I दादी खाना खाकर बहुत खुश थी और जब वो वहां से जाने लगे तो शेखू ने जो बिल छोड़ा था उसमे 300 की जगह 330 rs थे जो उसने टिप छोड़ी थी I अब वेटर को बहुत शर्मिंदगी महसूस हो रही थी अपने बर्ताव के लिए और उसे समझ आ गया था कि हमें कभी भी किसी के लिए बिना जाने कोई धारणा नहीं बनानी चाहिए और वो सच में शेखू की दिलेरी का कायल हो गया था I